Details, Fiction and हिंदी कहानियां प्रेरणादायक
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ये आमने सामने बैठ गये, एक दूसरे के मुहं में लड्डू देते रहे, थोड़ी देर में थाल साफ़ कर दिया.
भेंट के लिए लाए चावलों की पोटली श्रीकृष्ण ने उनकी कांख से छीन ली. दो मुट्ठी चावल खाकर उनको दो लोकों की सम्पति का स्वामी बना दिया.
महात्मा जी ने कहा हम लोग भूमि से पूछकर निर्णय करते हैं. यह कहकर उन्होंने अपने कान भूमि के साथ लगाया, मानों कुछ सुनने का प्रयत्न कर रहे हो.
समदा रे कांठे ब्याई म्हारा बीर – टमरकटूँ
उसकी कद्र करे और अपने जीवन में उसका अमल करे.
आपका आहार तो एक जीव से पूर्ण हो जाता हैं.
पहला- मेरा मन तो मीठी चीज खाने को कर रहा हैं.
यह भूमि तो कुछ बोलेगी नही इसलिए आप ही हमारा निर्णय कर दीजिए.
इस हिंदी में कहानी के कुछ शब्द और वाक्य मायड भाषा (राजस्थानी) के ही हैं.
तभी पहला बोला – सबके के एक मिठाई बहुत हैं, मगर दुसरे ने कहा मुझे तो कई सारी चाहिए.
बच्चों के लिए होली खेलने के सेफ्टी टिप्स
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मंत्री ने स्वप्न बताने से इनकार कर दिया. राजा ने क्रोधित होकर मंत्री को कैद में डाल दिया.
भाखर खुड्के ब्याई ब्याई म्हारा बीर- टमरकटूँ